बिहार विधानसभा चुनाव में तमाम पार्टियों ने महिलाओं के लिए घोषणा की हैं, एनडीए ने स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपये देकर खुद को महिलाओं का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने की कोशिश की है, मगर क्या जमीनी हकीकत यही है? बिहार में महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या क्या है? महागठबंधन के नेता आखिर क्यों कह रहे हैं कि महिलाओं को दिया गया 10 हजार रुपया असल में माइक्रो फाइनेंस कंपनियों को दिया गया है। यही सब जानने के लिए हमने सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाश्मी से बात की और जाना कि आखिर बिहार की महिलाओं का दर्द क्या है? और कैसे वे लगभग 60 हजार करोड़ के कर्ज में फंस गई हैं - देखिए ये बातचीत
